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27 Jun 2017 · 1 min read

** माँ **

जब से होश संभाला मैंने ,
माँ तुमको ही जाना है ।
दुनिया चाहे जो भी समझे ,
शुरू तुझ से हर फ़साना है ।।

माँ की ममता का मोल नहीं ,
ये अनमोल खजाना है ।
खुद चाहे सौ संकट झेले ,
संकट बच्चों तक नहीं आना है ।।

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