Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
29 Apr 2017 · 1 min read

अक्षय तृतीया पर्व

? आज की साधना ?
??? जलहरण घनाक्षरी ???
? शिल्प – 8888 चरणान्त लघु लघु?

परम् प्रदाता पुण्य
पावन पुनीत पर्व
परै जु प्रदोष-पुष्ट
मिल जाय शुभ फल।

प्रथम तिथि है शुभ
सतयुग औ त्रेता की
बह्मा के पुत्र अक्षय
प्रकटे धरा के तल।।

बद्री नारायण बने
लक्ष्मी नारायण आज
बांके बिहारी विग्रह
चरण दर्श निर्मल।

पाप ताप शाप नष्ट
अति शुभ फलदाई
वेद औ पुराण कहें
महिमा कूं अविरल।।

??????????

?? मनहरण घनाक्षरी ??
? शिल्प – 8887 चरणान्त लघु गुरु ?

शुक्ल पक्ष तीज जब
आवत वैशाख मास
स्वयं सिद्ध महुरत
करौ पुण्य-दान जी!

पिटरन कूं पिण्ड-दान
फलदाई गङ्ग-स्नान
जप तप स्वाध्याय
अक्षय महान जी!!

अक्षय आनन्द मिलै
संग सुख-सम्पति सौ
करौ शुभारम्भ आज
शुभ दिन-मान जी!

अक्षय तृतीया पर्व
अक्षय फल दे सदा
ईश्वर कौ तेज मिलै
बन वरदान जी!!

??????????
तेज 28/4/17✍

Loading...