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17 Apr 2017 · 1 min read

गर्मी का अहसास

कूलर रोया जल बिना, ए सी हुआ उदास !
इनको भी होने लगा,..गर्मी का अहसास!!

हुआ जरा सा क्या हमे, गर्मी का आभास !
लगे बदलने शीघ्र हम,कूलर की खस घास !!

पूछो उस मजदूर से,.. जो भट्टी के पास !
ग्रीष्मकाल के किसतरह, कटते हैं दो मास!!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 448 Views
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