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24 Mar 2017 · 1 min read

सियासत

पिछली सरकारों ने लूटा, हम भी छटपटा रहे हैं
काम तो कुछ किया नही…
एक-दूसरे की लूट गिना, जनता को रिझा रहे हैं|

सत्ता में आते ही सम्पति हजारों गुनी बढ़ जाती है
जानते हैं, इसलिए तो…
चुनाव जीतने के लिए खुलेआम धन लुटा रहे हैं|

सियासत का स्तर चाहे निम्न से निम्नतर हो जाये
क्या फर्क पड़ता है, इससे…
सरकार और साख बनाने के लिए ही तो, हम भी छटपटा रहे हैं|

©Veerendra Krishna

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