Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2017 · 1 min read

II…मिट्टी की खुशबू…II

किताबें धर्मों की जो भी वो नफरत दे नहीं सकती l
वतन की मिट्टी की खुशबू खिलाफत दे नहीं सकती ll

कभी हंसना कभी रोना कभी मिलना बिछड़ना है l
जो दे सकती मोहब्बत है वो नफरत दे नहीं सकती ll

चलो एक साथ चलते हैं अमन की राह पर दोनों l
ए गुलशन साद है हमसे बगावत दे नहीं सकती ll

समझ में कुछ नहीं आता मेरे मोमिन या मौला को l
दुआ तकरार में जाकर के बरकत दे नहीं सकती ll

चलो मिलजुल के हम दोनो रहे एक छत के ही नीचे l
ए मन में जो दीवारें घर कि सूरत दे नहीं सकती ll

गिले शिकवे सभी भूलो ‘सलिल’ अपना के तो देखो l
दिलों को जोड़ने का फन सियासत दे नहीं सकती ll

संजय सिंह ‘सलिल’
प्रतापगढ़,उत्तर प्रदेश I

780 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

राजनीतिक गलियारा
राजनीतिक गलियारा
Dr. Sunita Singh
कुछ अच्छा करने की चाहत है
कुछ अच्छा करने की चाहत है
विकास शुक्ल
ज़िंदगी देख
ज़िंदगी देख
Dr fauzia Naseem shad
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
गौरैया दिवस पर
गौरैया दिवस पर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
खुश्क दरिया में उतर जाना है
खुश्क दरिया में उतर जाना है
अरशद रसूल बदायूंनी
जिंदगी में आते ही है उतार चढाव
जिंदगी में आते ही है उतार चढाव
shabina. Naaz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jai Prakash Srivastav
बेल v/s लता
बेल v/s लता
Laxmi Narayan Gupta
परिचय ---- नाम- अरुण कुमार मिश्र
परिचय ---- नाम- अरुण कुमार मिश्र
श्रीहर्ष आचार्य
2952.*पूर्णिका*
2952.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..............
..............
शेखर सिंह
अरदास
अरदास
Buddha Prakash
कविता
कविता
Shiva Awasthi
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डिजेन्द्र कुर्रे
आकांक्षा
आकांक्षा
उमा झा
वसंत ऋतु
वसंत ऋतु
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
महफिल अदब की है
महफिल अदब की है
Manoj Shrivastava
जॉन वुडन एक महान बास्केटबॉल कोच थे जो अपनी बुद्धिमत्ता और ने
जॉन वुडन एक महान बास्केटबॉल कोच थे जो अपनी बुद्धिमत्ता और ने
पूर्वार्थ
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
ना जाने क्यों...?
ना जाने क्यों...?
भवेश
🙅कड़ा सच🙅
🙅कड़ा सच🙅
*प्रणय प्रभात*
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
ଅନୁଶାସନ
ଅନୁଶାସନ
Bidyadhar Mantry
चाँदनी रात
चाँदनी रात
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम वहां चले जहां
तुम वहां चले जहां
शिव प्रताप लोधी
" इन्सान ,
Neelofar Khan
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
भगवान, भगवान ना रहा, अब वो मंदिर में बैठा, खिलौना बन गया है,
भगवान, भगवान ना रहा, अब वो मंदिर में बैठा, खिलौना बन गया है,
पूर्वार्थ देव
Loading...