Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2017 · 1 min read

 “नहीं छोड़ जाना”

15-2-17
“नहीं छोड़ जाना”
लग कलेजे से कहता-मुझे नहीं छोड़ जाना,
माँ…गुस्सा कितना करो,ना मुँह मोड़ जाना…

दूर हुआ तो लगा,भूल गई इतना क्यों मुझे,
तेरी कॉल की आवाज़,हुआ है सुने जमाना…

रह-रह तेरी याद आती,एक तेरा आना ना हुआ,
नहीं चाहती घर छोड़ना,ऐसा भी है क्या बहाना…

चाहूं तेरे साथ रहूँ बना,तेरे हाथ का खाना खाॐ,
बरसों बीत गया माँ तुम्हें,अब भी पड़ता मनाना…

गोद में रखकर सर सोता था,तेरा वो सहलाना,
लगता सदियाँ बीत गया माँ…तेरा वो बहलाना…

याद आती बहुत यहाँ तुम,ना घर होता है जाना,
चलते-चलते थक गया हूँ,मुझे तेरे पास है आना…

“घर,गलियां ये बाग-बगीचे,सब तेरे हैं राह देख रहे,
आजा मेरे राज-दुलारे,जहाँ चलता तेरा मनमाना”….
…………………….
“ममता पाण्डेय”

Language: Hindi
Tag: गीत
648 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
फिल्मी आकाश से एक  सितारा फिर टूट गया।
फिल्मी आकाश से एक सितारा फिर टूट गया।
ओनिका सेतिया 'अनु '
*******प्रेम-गीत******
*******प्रेम-गीत******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वेला
वेला
Sangeeta Beniwal
गलती सदा न दाल
गलती सदा न दाल
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
चाय दिवस
चाय दिवस
Dr Archana Gupta
22 अप्रैल के हमले का जवाब उसी रात न देने का मतलब है आतंकियों
22 अप्रैल के हमले का जवाब उसी रात न देने का मतलब है आतंकियों
*प्रणय प्रभात*
आधुनिकता बनाम परंपरा
आधुनिकता बनाम परंपरा
अरशद रसूल बदायूंनी
शीर्षक बेटी
शीर्षक बेटी
Neeraj Kumar Agarwal
छुट भैया नेता
छुट भैया नेता
Dr. P.C. Bisen
मै हारा नही हूं
मै हारा नही हूं
अनिल "आदर्श"
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
Dushyant Kumar Patel
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
SHAMA PARVEEN
प्रकृति की पूजा, मानवता की आराधना
प्रकृति की पूजा, मानवता की आराधना
The World News
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जीवन वो कुरुक्षेत्र है,
जीवन वो कुरुक्षेत्र है,
sushil sarna
" क्रीज "
Dr. Kishan tandon kranti
राजनीति में सच का अभाव है
राजनीति में सच का अभाव है
Krishan Singh
"न कश्चित कस्यचित मित्रं न कश्चित कस्यचित रिपु: ।
Mukul Koushik
राम नाम सत्य है
राम नाम सत्य है
Rajesh Kumar Kaurav
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
इस उजले तन को कितने घिस रगड़ के धोते हैं लोग ।
इस उजले तन को कितने घिस रगड़ के धोते हैं लोग ।
Lakhan Yadav
पिछले पन्ने 7
पिछले पन्ने 7
Paras Nath Jha
लथ -पथ है बदन तो क्या?
लथ -पथ है बदन तो क्या?
Ghanshyam Poddar
मजा मुस्कुराने का लेते वही,
मजा मुस्कुराने का लेते वही,
Sunil Suman
मेरी मंज़िल क्या है,
मेरी मंज़िल क्या है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिखता था
दिखता था
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
3713.💐 *पूर्णिका* 💐
3713.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वैश्विक बाज़ार और हिंदी
वैश्विक बाज़ार और हिंदी
Shashi Mahajan
Loading...