Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
15 Feb 2017 · 1 min read

आइना है जीवन....

आइना है जीवन
दिखलाती ज़िंदगी
तब्बसुम सजाओ
मुस्कराती ज़िंदगी
गुनगुना के देखो
गाती है ज़िंदगी
मुस्करा के तो देखो
हँसाती ज़िंदगी
दर्पण है जीवन
सिखलाती ज़िंदगी
आइना है जीवन
दिखलाती ज़िंदगी
हँस के तो देखो
खिलखलाती ज़िंदगी
मुस्करा के तो देखो
हँसाती ज़िंदगी
-राजेश्वर

Loading...