Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2017 · 1 min read

फूल

फूल में तेरे लिए हर रोज लाया हूँ
प्यार में तेरे दिवाना मैं बनाया हूँ

खूबसूरत तू बहुत है इसलिये तो मैं
प्रान की बाजी लगा कर आज आया हूँ

आग ऐसी आज दिल में जो लगाई है
छोड़ कर मैं यह जमाना कुँवारा हूँ

जब न भायेगा इश्क तेरा किसी को तब
जुल्म दुनियाँ के सभी मैं आज सहता हूँ

मेहबूबा की अदा अब हो गयी ऐसी
आज उसका मैं सदा को ही नजारा हूँ

73 Likes · 696 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all

You may also like these posts

डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
तुलना करके, दु:ख क्यों पाले
तुलना करके, दु:ख क्यों पाले
Dhirendra Singh
लघुकथा:
लघुकथा:"मिट्टी की आत्मकथा"
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
इश्क़ किया नहीं जाता
इश्क़ किया नहीं जाता
Surinder blackpen
किसी के शब्दों ने दिल पर वो ज़ख्म दिया।
किसी के शब्दों ने दिल पर वो ज़ख्म दिया।
sonu rajput
ख़ुद को अकेले पाता है
ख़ुद को अकेले पाता है
विजय कुमार अग्रवाल
जहिया भरपेटा पी लेला
जहिया भरपेटा पी लेला
आकाश महेशपुरी
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
Ami
क्यों ख़फ़ा हो गये
क्यों ख़फ़ा हो गये
Namita Gupta
अनुभूति
अनुभूति
डॉ.कुमार अनुभव
पुराना साल-नया वर्ष
पुराना साल-नया वर्ष
Arun Prasad
# उत्तर /गीता जयंती
# उत्तर /गीता जयंती
Rajesh Kumar Kaurav
प्रणय
प्रणय
Rambali Mishra
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
Mukta Rashmi
उसकी खामोशियों का राज़ छुपाया मैंने।
उसकी खामोशियों का राज़ छुपाया मैंने।
Phool gufran
अमत्ता घनाक्षरी
अमत्ता घनाक्षरी
seema sharma
"नाथूराम गोडसे" जी ने कहा था कि, जो तुम्हारे देश के खिलाफ बो
ललकार भारद्वाज
हनुमान  जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई
हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई
Dr Archana Gupta
धूल
धूल
प्रदीप कुमार गुप्ता
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Neeraj Kumar Agarwal
4513.*पूर्णिका*
4513.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चुनाव 2024
चुनाव 2024
Bodhisatva kastooriya
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
त्रेता युग में अरण्य कांड राम राज्य से पहले आया था। कलियुग म
त्रेता युग में अरण्य कांड राम राज्य से पहले आया था। कलियुग म
*प्रणय प्रभात*
मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विचार बड़े अनमोल
विचार बड़े अनमोल
Ritu Asooja
हमको भी तारो गिरधारी
हमको भी तारो गिरधारी
Ramji Tiwari
लौटेगी ना फिर कभी,
लौटेगी ना फिर कभी,
sushil sarna
Loading...