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1 Feb 2017 · 1 min read

शुभ बसन्त

नए पल्लव, खिली सरसों, है बौराई सी अमराई
बसन्ती रंग में मिल फाग फिर से टेसुआ होगा

सजाये रंग कुदरत ने, सरसता से भरी दुनिया
बदल कर देख ऋतुओं को, खुदा खुश तो हुआ
होगा

#लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’
भोपाल

Language: Hindi
498 Views
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