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10 Jan 2017 · 1 min read

कश्मीर हमारा है

सदियों से लहू बहायें हैं
बगिया को खूब सजाये हैं
फैला है आतंक तो क्या
सबको मार भगायें हैं॥

कश्मीर हमारा था पहले भी
हमारा आज रहेगा भी
दूर इसे नहीं कर पायेगा
जोर लगायेगा कितना भी॥

ऐसे कैसे हम जानें देगें
प्राण निछावर कर देगें
दृढ़ संकल्प किये हैं हम
देश से अलग ना होने देगें॥

चिला रहा क्यों पाकिस्तान
कश्मीर मेरा है एक जहान
इसपर आँख दिखायेगा तो
बना देगें तुझे कब्रिस्तान॥

@रमेश कुमार सिंह ‘रुद्र’
कान्हपुर कर्मनाशा कैमूर बिहार

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