Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
10 Aug 2016 · 1 min read

हसरतें

हसरतें दिल में लिए न खामोश रहो तुम
कह भी दो अधरों से न रहो खुद में गुम
मौसम तो यूंही पल-पल बदलते रहेंगे मगर
न फिर आएंगे बीते पल बस यह सोचो तुम!!!

कामनी गुप्ता***

Loading...