Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Dashboard
Account
1 Aug 2016 · 1 min read

बदलते चेहरे बदलते रिश्ते...

दिया था….
मांग कर जाने क्या गुनाह हो गया
अपनों में बुरे हो गये
अपनों के बदलते चेहरे देखकर
झूठे है वो रिश्ते जो निभते है
केवल देकर
बस केवल देकर…..

^^^^दिनेश शर्मा^^^^

Loading...