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19 Jul 2016 · 1 min read

मुक्तक

आज गुरु पूर्णिमा है

दुर्दिनों के दौर में कमाल होगया ।

रज चरण चूम ली वो मालामाल होगया ।

भव पार उतरना है तो चरणों में आइये

जो आगया शरण में वो निहाल हो गया ।

अनिल उपहार

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