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16 Jul 2016 · 1 min read

रेखाओं के खेल

लक्ष्मण रेखा तोड़कर सिया के उर थी पीर
रेखाओं के खेल ये कौन बंधाता धीर
कुछ हद तक बंधन भी उचित हुआ करते हैं
आज तो मानव खुद लिख रहे अपनी तकदीर।

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