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12 Jul 2016 · 1 min read

कविता :-- तुम फौजी की बीबी हो .....!!

तुम फौजी की बीबी हो…….

तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फौजी की बीबी हो !!

सेना मे सरहद पर ,
हमने टकराया तलवारों से !
फौलादी सीना अड़ा दिया ,
गोली की बौछारों पे !!
हँस कर लांघ गये रास्ते ,
जब मौत खड़ी थी सामने !
मौत को भी मात दे दी
कहा आना बाद मे !!

दिल में आग होना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फैजी की बीबी हो !!

मेरा कौम ये मुल्क मेरा ,
जब-जब कुर्वानी देता है !
तुम तिलक बना सिन्दूर का ,
मेरे माथे पे लगा कर भेजा है !!
चट्टानो सा हौसला ,
तुम हिम्मत भरती सांसों मे !
जन्नत की ये जिन्दगी ,
काटी तुमने वीरानो मे !!

तेरे सर पे ताज होना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फौजी की बीबी हो !!

लोग अमर हुये धरा मे ,
होठों से अमृत पाने पर !
हम फौजी यहाँ अमर हुये ,
सीने मे गोली खाने पर !!
तुम्हें कसम लेनी होगी ,
तुम आँसू नहीं बहाओगी !
“जय हिन्द ” का नारा देती ,
मेरे मैय्यत पर आओगी !!

आज नही रोना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये !
तुम फौजी की बीबी हो !!

रचनाकार :– अनुज तिवारी

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