आज के आधुनिक युग में इंसान शिक्षित तो है,बड़ी बड़ी डिग्री ले
आज के आधुनिक युग में इंसान शिक्षित तो है,बड़ी बड़ी डिग्री लेकर ias ips dr इंजीनियर ca cs सब बन रहे है बुद्धिमत्ता साबित कर रहे है,पर आज कल साक्षरता शून्य है जिसमें व्यवहार भाषा संस्कार ये सब में शायद शून्यता परिपूर्ण है।
सब शिक्षित होने के घमंड में चूर है पर साक्षरता वो व्यवहार ओर संस्कार की है उसका अभाव है।
शायद वही वजह है आज घर फ्लैट हो गए,परिवार रिश्तेदार जैसे हो गए। इंसानियत अमीरी और पैसों के घमंड में खत्म हो गई। अपना वाला व्यवहार में मेरा में बदल गया है। क्योंकि परिवारिक, व्यवहारिक, रिश्ते, प्रेम, एडजस्टमेंट वैल्यूज सीखना जरूरी नहीं लग रहा , जरूरी है जॉब करियर पैसा स्टेटस ताकि समाज में एक मजबूत स्टेटस बने, ना की मजबूत चरित्र।
शायद इसलिए आज कल व्यवहारिक अक्षमता, मानसिक अक्षमता , संस्कारिक अक्षमता है जिससे परिवार में बंटवारे, रिश्तों में तलाक ओर मानसिक ओर व्यवहारिक उदभेदन हो रहा है।।
शिक्षा के साथ साक्षरता भी जरूरी है।