दिल में मेरे मैं तुम्हें जगह दे रही थी
दिल में मेरे मैं तुम्हें जगह दे रही थी
मेरी जान मैं तुम्हारी हो ही रही थी
कि जब दिल में बस ही चुके थे तुम
मैं तुम्हें भूलने की कोशिश कर रही थी
कैसे कहूं कि मैं तुम्हें दुआ
और ख़ुद को बददुआ दे रही थी