*पूजो उनको सुबह-शाम जो, भीषण बाहुबली हैं (गीत)*
पूजो उनको सुबह-शाम जो, भीषण बाहुबली हैं (गीत)
________________________
पूजो उनको सुबह-शाम जो, भीषण बाहुबली हैं
जो भी दल सत्ता में आता, यह उसमें घुस जाते
सत्ताधारी आवभगत कर, इनको निकट बिठाते
जिन पर इनकी कृपा बलाऍं, उनकी सदा टली हैं
जो भी इनके मन में आता, काम वही यह करते
नियम और कानून हमेशा, इनसे हरदम डरते
इनके गुर्गे हर कॉलोनी, फिरते गली-गली हैं
इनके पास तमंचा-कट्टा, लाठी तेल पिली है
धमकी इनसे मृत्युदंड की, सबको सहज मिली है
भला कह रहे मुॅंह पर इनको, सबको पता छली हैं
पूजो उनको सुबह-शाम जो, भीषण बाहुबली हैं
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451