चांद तारे तुम्हारे अपने हैं,
चांद तारे तुम्हारे अपने हैं,
फिर भी मौसम का क्या भरोसा है।
दिल तो टूट जाते हैं पल भर में यहां,
फिर अपनों का क्या भरोसा है।।
फूल गुफरान
चांद तारे तुम्हारे अपने हैं,
फिर भी मौसम का क्या भरोसा है।
दिल तो टूट जाते हैं पल भर में यहां,
फिर अपनों का क्या भरोसा है।।
फूल गुफरान