"कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इंसान को कम पहचानते हैं।
“कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इंसान को कम पहचानते हैं।
जो लोग कम कम जानते हैं, वो भी कहां पहचानते हैं ज़्यादा??”
मतलब जैसा गुड़, वैसा गोबर मान लिया जाए…?
😀प्रणय प्रभात😀
“कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इंसान को कम पहचानते हैं।
जो लोग कम कम जानते हैं, वो भी कहां पहचानते हैं ज़्यादा??”
मतलब जैसा गुड़, वैसा गोबर मान लिया जाए…?
😀प्रणय प्रभात😀