आज थम सी गई जिन्दगी,
आज थम सी गई जिन्दगी,
पूरानी यादों की बरसात जो हुई ।
सब घाव हरे-भरे हो गए,
उनसे हमारी मुलाकात जो हुई ।।
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई
आज थम सी गई जिन्दगी,
पूरानी यादों की बरसात जो हुई ।
सब घाव हरे-भरे हो गए,
उनसे हमारी मुलाकात जो हुई ।।
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई