ज्योति पर्व का दिन प्रथम, बने खुशी का योग।
ज्योति पर्व का दिन प्रथम, बने खुशी का योग।
धन्वंतरि की हो कृपा, काया रहे निरोग।।
धन ते रस वर्षा करें, धन्वंतरि सुजान।
सुख सुविधा आरोग्य दे, दें मुख को मुस्कान।।
© सीमा
ज्योति पर्व का दिन प्रथम, बने खुशी का योग।
धन्वंतरि की हो कृपा, काया रहे निरोग।।
धन ते रस वर्षा करें, धन्वंतरि सुजान।
सुख सुविधा आरोग्य दे, दें मुख को मुस्कान।।
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