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7 Oct 2025 · 1 min read

यूँ नहीं मिलती सफलता

यूँ नहीं मिलती सफलता

हर कोई चाहे सफलता,
पर मिले मेहनत किए बिन।
यूँ नहीं मिलती सफलता,
मूल्य समुचित दिये बिन।

है नहीं सम्भव श्रम बिन,
है नहीं सम्भव कर्म बिन।
जीवन का पुरषार्थ है ये,
जीवन का यथार्थ है ये।

परिश्रम का फल है सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

लक्ष्य पथ है चढ़ा जो,
पथिक बनकर चल पड़ा जो।
है डटा अवरोध में भी,
अनवरत चलता रहा जो।

उसकी है दासी सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

धीरों का अधिकार है ये,
वीरों का श्रृंगार है ये।
संकल्प का परिणाम है ये,
साहसी का काम है ये।

यज्ञ आहुति है सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

गहन कीचड़ से निकलकर,
जल सतह को फाड़ ऊपर।
सौदर्य अनुपम बटोरे,
ताल की शोभा बिखेरे।

सुमन पंकज है सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

दाना निज को नष्ट करके,
धरा पर अस्तित्व पाता।
स्वर्ण अग्नि लाल होकर,
हार बनकर जीत जाता।

चींटी की शक्कर सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

कच्छप मन्थर चाल है ये,
मकड़ी बुनती जाल है ये।
चढ़ती गिरती रत पपिलिका,
चित्रकार की रंगतुलिका।

नीड़ गढ़ता खग सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

अब्दुल और कलाम है ये,
मिल्खा मेरीकॉम है ये।
भागीरथ हनुमान है ये,
साधकों के नाम है ये।

भीष्म का प्रण है सफलता,
यूँ नहीं मिलती सफलता।

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