किसी को अब वो “हम” चाहिए ही नहीं,
किसी को अब वो “हम” चाहिए ही नहीं,
जिसमें गलती भी बाँटी जाए,
जिसमें कोशिश भी सबकी हो,
जिसमें कोई आगे बढ़े तो
पीछे कोई धकेले नहीं।
Rakesh yadav goldi
किसी को अब वो “हम” चाहिए ही नहीं,
जिसमें गलती भी बाँटी जाए,
जिसमें कोशिश भी सबकी हो,
जिसमें कोई आगे बढ़े तो
पीछे कोई धकेले नहीं।
Rakesh yadav goldi