संतान यदि सुसंस्कारी और अनुशासित हो तो ,
संतान यदि सुसंस्कारी और अनुशासित हो तो ,
स्वजन और समाज का स्नेह और आदर पाती है ।
और इसके विपरीत संतान उदंड और दुष्ट हो तो ,
माता पिता संग उनकी संतति भी अनादर पाती है ।
संतान यदि सुसंस्कारी और अनुशासित हो तो ,
स्वजन और समाज का स्नेह और आदर पाती है ।
और इसके विपरीत संतान उदंड और दुष्ट हो तो ,
माता पिता संग उनकी संतति भी अनादर पाती है ।