यक़ीन मानिए!
यक़ीन मानिए!
जितनी अनीति व बुराई थी, वो बीती रात जल चुकी है। अब केवल नीति व भलाई बची है। लीजिए भरपूर आनंद। अगले दशहरे तक रामराज्य का।।
😀प्रणय प्रभात😀
यक़ीन मानिए!
जितनी अनीति व बुराई थी, वो बीती रात जल चुकी है। अब केवल नीति व भलाई बची है। लीजिए भरपूर आनंद। अगले दशहरे तक रामराज्य का।।
😀प्रणय प्रभात😀