प्रेम गीत
गावल जाई हो
गुनगुनावल जाई हो
एक दिन गीत हमार
जेइमें बा प्रीत तहार…
(१)
सावन जब आई
पपीहा जब गाई
गांव से बगिया में
हरियाली जब छाई
सुनल जाई हो
सुनावल जाई हो
एक दिन गीत हमार
जेइमें बा प्रीत तहार…
(२)
एगो वादा करके
जब केहू तूर जाई
दोसरा के साथे
जब केहू दूर जाई
सांझ के उदासी में
दोहरावल जाई हो
एक दिन गीत हमार
जेइमें बा प्रीत तहार…
(३)
कहीं मंगल गीत बनी
कहीं शोक गीत बनी
इहे गीत आवारा
कभी लोक गीत बनी
गुनी-ज्ञानी लोग से
सराहल जाई हो
एक दिन गीत हमार
जेइमे बा प्रीत तहार…
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