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3 Sep 2025 · 1 min read

महिला सशक्तिकरण

कभी मेरे भरोसे मत रहना
तुम अपनी रक्षा ख़ुद करना
कभी मुझपे निर्भर मत रहना
तुम अपनी रक्षा ख़ुद करना…
(१)
मैं भेड़ियों से भरे
इस जंगल में
दूर-दूर तक फैले
इस दलदल में
तुमको कहां तक बचाऊंगा
आख़िर ऐ मेरी बहना…
(२)
बैसाखी की आदत
झूठ-मूठ में
एक अपाहिज
बना देगी तुम्हें
चाहे जितनी ठोकर मिले
अपने पैरों पर ही चलना…
(३)
आज डर से आगे
जो निकलता है
कल वही दुनिया
को बदलता है
इस मूर्दा समाज के जर्जर
सांचे में हरगिज़ मत ढलना…
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#आत्मनिर्भर #आत्मरक्षा
#बेटी_बचाओ_बेटी_पढाओ
#साहस #स्वावलंबन #शिक्षा
#हिंदू_कोडबिल #संविधान

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