ज़िन्दगी इतनी छोटी नहीं
ज़िन्दगी इतनी छोटी नहीं
कि कोई बिछड़ा हुआ कभी न मिल पाए,
और इतनी बड़ी भी नहीं
कि हर ख्वायिश पूरी हो जाए।
वन्दना सूद
ज़िन्दगी इतनी छोटी नहीं
कि कोई बिछड़ा हुआ कभी न मिल पाए,
और इतनी बड़ी भी नहीं
कि हर ख्वायिश पूरी हो जाए।
वन्दना सूद