जिंदगी
बिना गलती के भी गलती मै अपनी मान लेता हूँ ,
कोई रूठे नहीं मुझसे मै ऐसा काम करता हूँ
सबब जीने का ऐसा ही बने जब ऐ मेरे साथी
ऐसी जिंदगी को ही मै जीवन जान लेता हूँ।
निरापद साँस लेना ही नहीं कहलाता जीवन है
जीकर बस निकल जाना ,नहीं बस ये भी जीवन है
नये उत्साह से हर पल को जीना जानते है हम
अतीत को विस्मृत कर , जीना आगत को जीवन है।
कभी लगता है जीवन में गलत सब हो रहा मुझ संग
निराशा घेर लेती है , और थक जाता है हर अंग
रात कितनी भी काली हो मगर यह याद तुम रखना
अवस होगा सवेरा और, मुदित हो जायेगा ये मन।
जिंदगी की पराजय ने किया मजबूत था हमको
मुश्किलों में सदा आगे बढ़ाया था रहा हमको
डट कर सामना इनका जो निश्चय हम रहे करते
सदा एक राह नूतन सी दिखाती जिंदगी हमको
बड़ा अनमोल तोहफा है, खुदा की नेमत है प्यारी
मेरे पर निर्भर है कैसे बने ये सुन्दर सी क्यारी
रहो हँसते सदा दूजे को भी तुम मुस्कुराने दो
मेरा दावा है मुठ्ठी में करोगे दुनिया तुम सारी।
हँसाती पल में है हमको, दूसरे पल रुलाती है
कभी हमको डराती है कभी हमको चिढ़ाती है
जिंदगी का फलसफा ऐसा क्यों, हम कह नहीं सकते
विविध रंगो में भी ये जिंदगी हमको रही भाती।
जिंदगी को जियो ऐसे सुनो इस अंदाज में साथी
कोई शक ना निरापद इस सनद के तुम बनो थाती
देखकर तुमको सब बोले कि जीवन खूबसूरत है
सबब ऐसे ही जीवन का सनद को खूब है भाती।
सदा लेती परीक्षा है सदा हमको है आजमाती
दर्द कितना भयानक हो हंसी मुख पर मेरे रहती
मन भयभीत तब केवल रहा मेरा सुनो निर्मेष
अपने खास लोगो को बजाते देखा जब ताली।
निर्मेष