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17 Aug 2025 · 1 min read

सबक के गुलदस्ते

फूलों के सुगंध से उपवन महक जाते हैं
गुणों के प्रभाव से संस्कार चमक जाते हैं

जीवन के अनुभव सच्चे ठोस होते हैं
भौतिकता में बहकर अक्सर लोग होश खोये हैं

आलसी और प्रमादी किस्मत पर रोते हैं
कुंद बुद्धि वाले ही व्यर्थ समय खोये हैं

काम क्रोध लोभ में जो लगाते गोते हैं
इस संसार सागर में जीवन ही डुबोते हैं

जीवन एक कस्ती है संसार एक धारा है
स्वर्ग नर्क मझधार है मोक्ष ही किनारा है

जीवन अनमोल यह प्राप्त हुआ प्यारा है
जो इसकी कीमत समझे वो जौहरी न्यारा है

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