निर्गुण
भोरे-भोरे गवना
करवले जाला बलमा
कांचे उमिरिया में
लेहले जाला सजना…
(१)
बीच ही में छूटल
गुड़ियन के खेलवा
सखियन से हमके
बिछड़वले जाला सजना…
(२)
अभी ना कुछ देखनी
हम ना कुछ सुननी
बचपन के गंउवा
छोड़अवले जाला सजना…
(३)
मनवे में दब गईल
मनवा के बतिया
ढोलवा-नगाड़वा
बजवले जाला सजना…
(४)
ना तनको मोह करे
ना कवनो माया
सपना में अगिया
लगवले जाला सजना…
#Nirgun #निर्गुण #कबीर
#जीवन_मृत्यु #Kabir #मौत
#life #death #दार्शनिक