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6 Aug 2025 · 1 min read

#हिरोशिमा_दिवस_आज

#हिरोशिमा_दिवस_आज
◆दुनिया के लिए सबक़ का दिन◆
【प्रणय प्रभात】
वर्ष 1945 में आज ही के दिन अमेरिका ने जापान के सुंदर व शांत शहर हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” नामक परमाणु बम गिरा कर एक भीषण नरसंहार का वैश्विक स्तर पर काला अध्याय लिखा था।
आज जबकि सम्पन्न और उन्मादी देशों की विस्तारवादी और विध्वंसात्मक सनक के कारण समूची दुनिया स्वयं को बारूद के ढेर पर बैठा अनुभव कर रही है, यह दिन एक बार फिर युद्ध की विभीषिका और उसके भयावह दुष्परिणामों का स्मरण कराने में समर्थ है। जो सम्पूर्ण संसार को विश्व शांति और बंधुत्व का संदेश देता है। फिर चाहे वो रूस-यूक्रेन हो, इजरायल, फिलीस्तीन, ईरान, तुर्की, सीरिया, चीन-ताइवान हो, आर्मीनिया-अजरबैजान हो या अपने हथियारों का धंधा बढाने के लिए चिंगारी को हवा देने वाले अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे सौदागर देश।
विश्व-बंधुता और परम् शांति के पक्षधर महान भारतवर्ष के निवासी के रूप में हम विश्व-बिरादरी के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध व चिरस्थाई सामंजस्य की कामना ही कर सकते हैं। साथ ही उन लाखों आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना कर सकते हैं जिन्होंने बिना किसी अपराध के अत्यंत दर्दनाक अंत का आभास किया। प्रार्थना अमेरिका जैसे उस देश के लिए भी, किसकी लगाम आज एक बेलगाम के हाथ में है। उस धूर्त के हाथ में, जो बारूद और माचिस दोनों बेच कर विश्व शांति का ठेकेदार बनने की सनक से ग्रस्त है।
#भावपूरित_श्रद्धांजलि।
●सम्पादक●
(न्यूज़ & व्यूज़)

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