श्रवण शिव महात्मय
श्रवण शिव महात्मय
जय शिवशंकर करुणा निधान।
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
शिव-पार्वती जी की जोड़ी महान
गणेश,कार्तिकेय इनकी सन्तान
मैं तो करूँ भोले तेरा गुणगान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
जो जन तेरे शरण में आए
भक्तो की नैया पार लगाए
महामृत्युंजय मंत्र का ध्यान
भक्तों की रक्षा करो भगवान
कर डमरू दूजे त्रिशूल विराजे
गले रुद्राक्षमाला और सर्प साजे
इच्छा पूर्ण हो,बोलो नंदी के कान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
भाल चन्द्रमाँ,जटा गंगे की धार
त्रिपुरारी की महिमा अपार
तुमको पूजे सारा जहान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
श्रवण मास व्रत रखते नर-नारी
कैलाशपति की महिमा न्यारी
शिवलिंग की पूजा कर विधिविधान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
दूध-दही से अभिषेक करावे
जो आक-धतूरा बेलपत्र चढ़ावे
हे नाथ उनका करो कल्याण
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
बारह ज्योतिलिंग की महिमा अपार है
महाकाल विश्वनाथ,मोक्ष का द्वार है।
नर्मदा,गंगा घाट पर कर लो स्नान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
गंगोत्री,यमुनोत्री,केदार,बदरीनाथ
चारधाम यात्रा करूँ भोलेनाथ
मुझे देना अपने चरणों में स्थान
भक्तों की रक्षा करो भगवान।
सुमन अग्रवाल ‘”सागरिका” आगरा