"शुक्रिया मित्रों
“शुक्रिया मित्रों
शुरुआत की शायरी:
“वक़्त की रफ़्तार में चाहे दूरी आ जाए,
पर सच्चे दोस्तों की यादें कभी पुरानी नहीं होती।”
ज़िंदगी की राह में जब अकेलापन था,तब तुम सब साथ थे, यही सबसे बड़ा सहारा था।
कभी हँसी के पल, कभी आँसुओं की बौछार,तुम्हारे संग हर लम्हा लगा अनमोल उपहार।।
अब भले ही सब अपने-अपने सफ़र में हैं डूबे,कुछ नौकरी में उलझे, कुछ परिवार के रूप में खू़ब सजे।
पर जब भी साथ बैठते हैं वो चाय की प्याली में,पुरानी बातों की ख़ुशबू फिर से भर जाती है खाली दिल की थाली में।।
हर जन्म में मिले तुम जैसे यारों का साथ,जिन्होंने हर मोड़ पर दिया दोस्ती का विश्वास।
माना अब मिलना कम है, बातें भी कुछ खास नहीं,पर दिल में बसते हो तुम, ये अहसास कम नहीं।।
अंत की शायरी:
“शुक्र है उन दोस्तों का जो आज भी दिल के क़रीब हैं,
भले ही पास नहीं, पर हमारी मुस्कान की वजह अज़ीज़ हैं।”
शुक्रिया मित्रों!
हैप्पी फ्रेंडशिप डे! 💐