मैंने उसे ह्रदय मे सबसे उच्च स्थान पर रखा था और उसको मानता भ
मैंने उसे ह्रदय मे सबसे उच्च स्थान पर रखा था और उसको मानता भी बहुत था पर उसने चुना सिर्फ इस मायावी मतलबी दुनिया को,खैर!…उसे अंजान रहने दो इस बात से की उसने क्या खोया है वक्त जरूर भरपाई करेगा उसके गुनाहों की…!