मुंशी प्रेमचंद जयंती
साहित्य जगत में खूब किया उल्लेखनीय काम ।
नाम था आपका प्रेमचंद नहीं किया आराम ।।
आमजन की पीड़ा देख कलम आपकी रोई ।
उनके दर्द रहन सहन देख नींद आपकी खोई ।।
कथा कहानी लिख उपन्यास रच गए इतिहास ।
आमजनों के दिल के बन गए इतने तुम खास ।।
आपकी कथा कहानी मानवीय गुणों का सार ।
प्ररेणा प्रेरक चिंतन का उन में मिलता विस्तार ।।
आपके साहित्य ने दुनिया को दिखाया दर्पण ।
शब्दो को जोड़कर आपने शब्द किए अर्पण ।।
कवि अमितराय करें शब्द आपको समर्पित ।
कोटि कोटि नमन करें और शब्द पुष्प अर्पित ।।
स्वरचित मौलिक
डॉ अमित कुमार बिजनौरी
कादराबाद स्योहारा
जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश