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11 Jul 2025 · 1 min read

बदले की आग में मूर्ख पुरुष सोचता है वो स्त्री को बर्बाद करने

बदले की आग में मूर्ख पुरुष सोचता है वो स्त्री को बर्बाद करने का हुनर रखता है ! स्त्री को क्या कोई बर्बाद करेगा जो खुद पूर्ण सृष्टि की रचयिता है और सारे जहां को अपनी रोशनी से प्रकाशित करने का हुनर रखती है !

स्वरचित,
स्त्री शक्ति लेखनी 🙏🙏

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