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11 Jul 2025 · 1 min read

श्री कृष्ण वंदना -

श्री कृष्ण वंदना –

विधा – सजल
मात्रा-१४
समांत -अक

श्रीकृष्णा वंदन तुमको
तुम सारे जग के पालक ।

कृपा आप सब पर करना ।
हम सब हैं अबोध बालक ।

बाँसुरी अधरों पर सजे ।
गले मोतियों की जालक ।

यमुना तट रास रचावें।
हो सब जन के चालक ।

रूप मनोहर देख पाऊँ ।
कब होगी ऐसी झालक ।

सिर पर मोर मुकुट सोहे ।
हम सब दर्शन के लालक ।

राधे राधे जो जपता।
उसके तुम हो उद्धारक ।।

मौलिक सृजन

पूनम दीक्षित
कृष्णा विहार कॉलोनी
ज्वाला नगर रामपुर
उत्तर प्रदेश

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