वृक्षारोपण
वृझारोपण
पौधे लगाने का विचार मंथन होता हैं
उचित जगह को चिन्हित धरा पर
सही प्रजाति पौधों का चयन कर
देखभाल करने का संकल्प लेकर
सफलता का पौधा लगाया जाता हैं
संघर्ष की कठोर भूमि पर
धैर्य की धूप सहता हैं ,
आशा की बुंदो से पनपता हैं
जब समय की ऋतू अनुकूल होती है
तब वृक्ष बन फल देता हैं
यज्ञ करने जितना पुण्य फल मिलता हैं
नवग्रह शान्ति का फल ” वृझारोपण ”
– स्वरचित – राजू गजभिये (सीताराम)