सुप्रभात
सुप्रभात
दिल न कुछ और अब समझता है
तेरी खुशबू से ये महकता है
प्यार की राह पे चला जबसे
दिल तेरे नाम से धड़कता है
डॉ.अर्चना गुप्ता
सुप्रभात
दिल न कुछ और अब समझता है
तेरी खुशबू से ये महकता है
प्यार की राह पे चला जबसे
दिल तेरे नाम से धड़कता है
डॉ.अर्चना गुप्ता