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स्वयं प्रकाश पाण्डेय "स्वयं"
63 posts · 1,641 words
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6 Jul 2025 · 1 min read
"अशांत मस्तिष्क कूड़े के ढेर पर बैठे कौए की तरह होता है जिसे
“अशांत मस्तिष्क कूड़े के ढेर पर बैठे कौए की तरह होता है जिसे वह सर्वस्व समझ लेता है”
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