जान गई, दिल की खलिश न गई।

जान गई, दिल की खलिश न गई।
आग बुझी, तन की तपिश न गई।।
सब्र जरा कर ले ठहर कुछ पल,
वक्त गया मन से दबिश न गई।
-Gn
जान गई, दिल की खलिश न गई।
आग बुझी, तन की तपिश न गई।।
सब्र जरा कर ले ठहर कुछ पल,
वक्त गया मन से दबिश न गई।
-Gn