तुम्हारी यादों का बोझ हटा लो न ll
तुम्हारी यादों का बोझ हटा लो न ll
मुझे फिर से चलना है, रस्ता दो न ll
हाथ देखकर भविष्य बताने वालों
मेरी हालात देखकर भी बता दो न ll
नियम कानून से जो बंधा न हो
मुझे ऐसे सुकून का पता दो न ll
तुम्हारे बिना चलने की मैं सोच तो रहा हूं मगर,
ऐसा संभव ही नहीं के तुम्हारी आवश्यकता हो न ll
रोने गाने के फसाने चलते रहने से,
मेरे घर में तुम्हारा मन लगता तो न ll