मां महान होती है
माँ है तो मौज हैं माँ है तो मस्ती हैं,
माँ के बिना में दुनियाँ कहाँ बसती हैं।
माँ के बिना घर भी हार नहीं लगता,
माँ अगर हैं तो जीवन में डर भी नहीं लगता।
माँ हैं तो जीवन में सुकून हैं,
माँ से ही जीवन में धुन हैं। सब पुछते हैं कितना कमाया,
एक माँ ही पूछती हैं, तुनें खाना तो खाया।
वो दूर भले ही हैं कहने को मगर हमेशा पास हैं,
उनके होने का हर जगह जीवन में एहसास हैं।
अक्सर पूछता है जब भी उनसे कि माँ क्या लाऊँ तेरे लिये,
हँस के बात टाल देती हैं, और बोलती हैं तू ही आजा मेरे लिये।
मेरी नासमझी पर मुझे आज भी डाँटती हैं,
फोन पर मुझझे अपनी बातें बाँटती है।
माँ हैं तो जीवन में ढ़ग है, माँ से ही जीवन में
रंग है। माँ बच्चों की जान और जहान होती हैं, इसलिये तो “माँ” महान होती हैं।