राम के आगे अहंकार कहां होता है।
राम के आगे अहंकार कहां होता है।
राम के नाम का व्यापार कहां होता है।।
हृदय के भाव बिना चाहे चढ़ाओ कुछ भी।
राम के चरणों में स्वीकार कहां होता है।।
“कश्यप”
राम के आगे अहंकार कहां होता है।
राम के नाम का व्यापार कहां होता है।।
हृदय के भाव बिना चाहे चढ़ाओ कुछ भी।
राम के चरणों में स्वीकार कहां होता है।।
“कश्यप”