हमें नारी समझ मत आँकना कम

हमें नारी समझ मत आँकना कम
हमारे हौसलों में है बहुत दम
अगर फूलों से करते दोस्ती तो
बनाते शूल में भी रास्ता हम
हमारे ही हुनर से इस जगत में
हमारे नाम का उड़ता है परचम
समझ लेना नहीं कमजोर हमको
है’ हम में सूर्य का सा तेज दमख़म
नहीं हम लक्ष्य अपना चूकते हैं
निशाना साधते सीधा हैं हरदम
इरादे रखते हैं फौलाद जैसे
भले पाँवों में पायल खनके छमछम
हो कैसी भी समस्या ‘अर्चना’ पर
नहीं हम छोड़ते हैं धैर्य -संयम
डॉ. अर्चना गुप्ता
02.07.2025