जाने के बाद ... लघु रचना
जाने के बाद … लघु रचना
गुजर गयी
एक आंधी
तुम्हारे स्पर्शों की
मेरी देह की खामोश राहों से
समेटती हूँ
आज तक
मोहब्बत की चादर पर
बिखरे हुए
वो हसीन लम्हे
तुम्हारे
जाने के बाद
सुशील सरना
मौलिक एवं अप्रकाशित
जाने के बाद … लघु रचना
गुजर गयी
एक आंधी
तुम्हारे स्पर्शों की
मेरी देह की खामोश राहों से
समेटती हूँ
आज तक
मोहब्बत की चादर पर
बिखरे हुए
वो हसीन लम्हे
तुम्हारे
जाने के बाद
सुशील सरना
मौलिक एवं अप्रकाशित