क्या ... स्कूल बंद हो रहा है : हरवंश हृदय
क्या …
स्कूल बंद हो रहा है
मेरा स्कूल
मेरे गांव का स्कूल
नहीं … ऐसे कैसे
कैसे बंद हो सकता है
हमारा स्कूल
हम तो रोज जाते हैं
खूब मन से पढ़ते हैं
खाना भी खाते हैं
खूब खेलते भी हैं
टोलू मोलू भी आने लगे हैं अब
गुरु जी भी रोज
अच्छी अच्छी बातें बताते हैं
नई मैडम जी तो
बहुत ही अच्छी हैं
हमारे साथ खेलती भी हैं
टीवी भी है मेरे स्कूल में
उसमें जहाज भी दिखता है
मैं भी जहाज में बैठूंगा
खूब पढूंगा और
राजा बेटा बनूंगा
अम्मा कहती है कि
पहिले पढ़ेगा तो ही
राजा बेटा बनेगा
गुरुजी कहते हैं मुझे
कि हमारा विकास ही
पढ़ लिखकर
विकास करेगा
एक दिन इस गांव का
लेकिन कैसे
स्कूल तो बंद हो रहा है
फिर कैसे होगा
मेरे गांव का विकास
कैसे बैठूंगा मैं जहाज में
टोलू मोलू पुलिस बनेंगे कैसे
मुनिया तो कहती है कि
वो डॉक्टर बनेगी
मगर अब कैसे
स्कूल तो बंद हो रहा है
अब भला कैसे
राजा बेटा बनूंगा मैं …
भला कैसे ….??
– हरवंश हृदय