जीवन मानव का मिला
जीवन मानव का मिला,ईश्वर का उपहार।
सेवा ईश्वर हम करें,रखें भाव उपकार।
रखें भाव उपकार,करें जीवों की सेवा।
रखकर उर में ध्यान,बसे जीवों में देवा।
करें कर्म हम श्रेष्ठ,रखें निर्मल निज तन मन।
फलित हुए जब पुण्य ,मिला यह मानव जीवन।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम